मनाया गया छठ पर्व, डूबते सूर्य को महिलाओं ने दिया अर्घ्य

Belal Jani
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जौनपुर।जनपद भर में छठ का पर्व धूमधाम से मनाया गया। छठ का व्रत धारण करने वाली महिलाओं ने परिवार में सुख समृद्धि की कामना के साथ दो दिनों पूर्व व्रत धारण किया। तीसरे दिन नदियों-तालाबों के किनारे जाकर पूजन अर्चन किया तथा डूबते हुए सूर्य को अघ्र्य देते हुए उनसे मंगल कामना की।

 यू तो इस पर्व को पहले बिहार राज्य में ही मनाया जाता था परंतु धीरे-धीरे यह उत्तर प्रदेश के विभिन्न अंचलों में धूमधाम के साथ मनाया जाने लगा। बिहार के लोग दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में अपनी संस्कृति को संजोने का कार्य किया है।

 बिहार की जिन लड़कियों की शादियां उत्तर प्रदेश में हुई वे सभी छठ का व्रत धारण करने लगी धीरे-धीरे यहां भी इस पर्व को मनाया जाने लगा। इस पर्व में सूर्य देव को गन्ना, फल, मिठाई तथा खरना का प्रसाद चढ़ाया जाने की परम्परा रही है। छठी मईया की पूजा विधि-विधान से की जाती है।

 खरना इस पर्व का विशेष प्रसाद होता है। इसके साथ छठ पर्व पर छठी मईया के गीतों की खूब धूम रहती है। प्रसिद्ध लोकगीत गायिकाओं द्वारा गाये गये छठ के गीतों की धुन ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर गूंजती रही। पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। सूर्य के डूबते समय पानी में जाकर उन्हे अंजुली से अघ्र्य देकर विदाई दी गयी। प्रशासन भी छठ के पर्व को देखते हुए पूरे जनपद में मंदिरों और तालाबों के आस-पास सफाई का प्रबंध किया था। 

बैनरों-पोस्टरों से नेताओं ने व्यक्त की शुभकामनाएं

जौनपुर। नगर में गोमत नदी के किनारे हनुमान घाट, गोपी घाट, अचला घाट, गूलरघाट आदि स्थानों पर छठ व्रतियों की भीड़ उमड़ पड़ी। उनके साथ बांस निर्मित टोकरियों फल आदि पूजन सामाग्री लिए लोग कतारबद्ध होकर चल रहे थे। इधर विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग छठ पर्व, दीपावली की शुभकामना वाले बैनरों पोस्टरों से लोगों का ध्यान खींचने का प्रयास किये।