जौनपुर।गौराबादशाहपुर क्षेत्र के अखडो घाट के सामने 19 अक्टूबर को गोमती नदी में मिले कथित जुआरी नितिन जायसवाल की मौत का रहस्य अब भी बरकरार है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है, जिसके चलते डॉक्टरों ने विसरा सुरक्षित कर आगे की जांच हेतु भेज दिया है।
मृतक की पहचान नितिन जायसवाल पुत्र स्वर्गीय प्रेमचंद जायसवाल निवासी रासमंडल, शहर कोतवाली के रूप में हुई थी। घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।
मृतक की मां कलावती ने आरोप लगाया था कि 17 अक्टूबर की रात उसके बेटे को उसके पांच परिचित दोस्त जुआ खेलने के लिए घर से ले गए थे और उसी के बाद से वह लापता था। मां की तहरीर पर पुलिस ने पांचों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
नगर कोतवाल विश्वनाथ प्रताप सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने पर विसरा सुरक्षित किया गया है। मामले से जुड़े सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों व परिचितों से पूछताछ जारी है, जल्द ही नितिन जायसवाल की मौत की गुत्थी सुलझा ली जाएगी।