जुलूस ए चादर उठाई गई पगड़ी बन्ध कौव्वालो ने शिरकत कर महफिले शमा सजाई
जौनपुर। हजरत हम्ज़ा चिश्ती बाबा र0अ 0 का सालाना 549 वां उर्स मुबारक सोमवार को विशेषरपुर मुहल्ला स्थित दरगाह पर बड़ी ही हर्षोल्लास और पाकीजगी के साथ मनाया गया।सर्वप्रथम सुबह 6 बजे गुस्ल मजार शरीफ, 9 बजे कुरानख्वानी, 10 बजे जलसा ए सीरतुन्नबी को खिताबत ( सम्बोधित) हजरत मौलाना कयामुद्दीन मदरसा हनफिया, हज़रत मौलाना नसीम रजा जौनपुरी, हजरत मौलाना शमसुद्दीन पेश इमाम मस्जिद, फाजिल शाह रहीसुल कादरी मदरसा कलंदरिया शेखपुर जेल के पीछे ने किया। शाम लगभग 4 बजे पुरानी रवायत के मुताबिक सेंट पैट्रिक स्कूल के सामने से जुलूसे चादर उठाई गई जिसमें फने सिपहगरी के अखाड़े शामिल हुये। चादर हजरत हमजा चिश्ती रहमतुल्ला अलैह की दरगाह पर पहुंचने के उपरांत कुल शरीफ और चादरपोशी हुई। शाम को 7 लगभग बजे कौमी एकजहती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व विधायक अरशद खान ने कहा कि इस तरह के आयोजन से समाज में एकता व भाईचारा का संदेश जाता है। हजरत हम्ज़ा चिश्ती र0अ0 जिन्होंने सैकड़ों वर्ष पूर्व इस वीरान जंगल में अपना आशियाना बनाया। यही से मानवता और इंसानियत का संदेश दिये जिनके बताए रास्तों पर चलकर ही खिराजे अकीदत पेश किया जा सकता है। विशिष्ट अतिथि डा. सरफराज खान प्रतिनिधि अध्यक्ष नगर पंचायत जफराबाद ने कहा कि आज के इस मुकद्दस दिन पर इतनी बड़ी संख्या में एकत्र जायरीन इस बात की गवाही देते हैं कि उनको अपने बुजुर्गों से कितनी मुहब्बत हैं। इस तरह के जलसे लोगों में इंसानियत का जज्बा पैदा करता हैं। रात 9 बजे महफिले शमा का प्रोग्राम हुआ जिसमें पगड़ी बंद कव्वाल शामिल होकर बाबा के दरगाह में अपनी हाजिरी लगाई जो देर रात्रि लोगों को बांधे रखा। दरगाह कमेटी के खादिम अरशद कुरैशी व शमशेर कुरैशी ने समस्त आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।